श्यानता
श्यान बल(viscous force):
किसी द्रव या गैस की दो क्रमागत परतों के बीच उनकी अपेक्षित गति का विरोध करने वाले घर्षण बल को श्यान बल कहते है।
श्यानता(viscosity):
तरल का वह गुण जिसके कारण तरल की विभिन्न पर्तो के मध्य अपेक्षित गति का विरोध होता है अनुदैर्ध्य तरंगे कहलाता है।●श्यानता केवल द्रवों तथा गैसों का गुण है।
●द्रवों की श्यानता अणुओ के बीच लगने वेक संसंजक बल के कारण होती है।
●गैसों में श्यानता इसकी एक परत से दूसरी परत में अणुओ के स्थानांतरण के कारण होती है।
●गैसों में श्यानता द्रवों की तुलना में बहुत कम होती है ठोसों में श्यानता नही होती।
●एक आदर्श तरल की श्यानता शून्य होती है।
●ताप बढ़ाने पर द्रवों की श्यानता घट जाती है परंतु गैसों की बढ़ जाती है।
●किसी तरल की श्यानता को श्यानता गुणाक द्वारा मापा जाता है इसका S.I मात्रक डेकापाइज या पाइजली या पास्कल सेकंड है।
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